एक बोर फिल्म सी
जीवन की किताब का
पन्ना मुझे अब नहीं
पलटना
इस कहानी के आगे और
इसका अंत क्या होना है
नहीं जानना
कोई इच्छा नहीं रही
अब तक भी जो कहानी चलती रही
वह कौन सी कोई खास
दिलचस्प थी
अभी तक इसने एक समां नहीं
बांधा तो आगे क्या
बांधेगी
एक बोर फिल्म सी निकली यह तो
मध्यांतर में ही उठने में भलाई है
इसके अंत तक बने रहने के
लिए
टिकट वसूली के लिए
अपनी एक बलि के बकरे की तरह
कुर्बानी क्यों देनी।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001