एक पैगाम मित्रों के नाम
एक पैगाम मित्रों के नाम
खुश रहो दोस्तों तुम्हें सलाम
आज का दिन है तुम्हारे नाम
तुमको प्यार भरा पैगाम
निश्चल निर्मल मित्र का रिश्ता
मित्र नहीं सीमाएं रखता
दिली मोहब्बत प्रेम का रिश्ता
पावन और पवित्र है रिश्ता
न ऊंच नीच का भेद भाव
न धर्म जाति का आता भाव
नहीं नस्ल सीमा का बंधन
दिल से दिल का है ये बंधन
सभी दोस्तों का अभिवादन
खुशियों से महके घर आंगन
मित्र दिवस की तुम्हें बधाई
फूले फले सदा फुलवाई
सुरेश कुमार चतुर्वेदी