एक खोये हुए चांद सा
सर्द हवा के झोंके सी
एक सर्द आहट हो रही
दिल के झरोखे में
खिड़की का पल्ला हिल रहा
हवा से
हौले हौले
ऐसा मालूम पड़ रहा कि
तू कहीं आसमान से
एक खोये हुए चांद सा
वापिस उतर रहा मेरे
दिल की छत पर
हौले हौले।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001