Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 May 2022 · 1 min read

ऊपज

धरा निपजे सोना धन, धान्य सदाबहार,
हंसा तो मोती चुगे पाश संग खरपतवार,
.
नहीं साधना नेता की,खाती बगुले से मेल
बगुले का श्वेत रंग,नेता करते नाहक खेल
.
ढपली बजने की है बहुत पुरानी रीत,
सुन मंत्र मुग्ध हुए,वो जान मिले मीत,
.
वीणा कश मीराबाई नाचती सर्वस्व त्याग
छलिया छल गये ब्रह्म चरण राग आलाप
.
महिमा तेरी आपनी, मालूम कतई नहीं,
बाहर था तू बाहर ही कोय मुक्ति नाहीं.
.
व्यवस्था के नाम पर निर्धारित सब रेट,
आम आदमी चढे सब व्यवस्था के भेट.
.
संविदा इजाजत देता नहीं वोट में हो खोट,
एक गुप्त मतदान कारणे, लगे गहरी चोट,

हंस महेन्द्र सिंह

Language: Hindi
5 Likes · 3 Comments · 537 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mahender Singh
View all
You may also like:
हुआ अच्छा कि मजनूँ
हुआ अच्छा कि मजनूँ
Satish Srijan
Two Different Genders, Two Different Bodies And A Single Soul
Two Different Genders, Two Different Bodies And A Single Soul
Manisha Manjari
प्रेमी चील सरीखे होते हैं ;
प्रेमी चील सरीखे होते हैं ;
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
"बँटबारे का दंश"
Dr. Kishan tandon kranti
लिख / MUSAFIR BAITHA
लिख / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
New light emerges from the depths of experiences, - Desert Fellow Rakesh Yadav
New light emerges from the depths of experiences, - Desert Fellow Rakesh Yadav
Desert fellow Rakesh
मुश्किलें जरूर हैं, मगर ठहरा नहीं हूँ मैं ।
मुश्किलें जरूर हैं, मगर ठहरा नहीं हूँ मैं ।
पूर्वार्थ
जाते हो.....❤️
जाते हो.....❤️
Srishty Bansal
23/101.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/101.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
लेखक
लेखक
Shweta Soni
ढ़ूंढ़ रहे जग में कमी
ढ़ूंढ़ रहे जग में कमी
लक्ष्मी सिंह
धोखा वफा की खाई है हमने
धोखा वफा की खाई है हमने
Ranjeet kumar patre
गर्मी आई
गर्मी आई
Manu Vashistha
मैं
मैं
Seema gupta,Alwar
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
जंगल ये जंगल
जंगल ये जंगल
Dr. Mulla Adam Ali
जय मां ँँशारदे 🙏
जय मां ँँशारदे 🙏
Neelam Sharma
चार दिन की ज़िंदगी
चार दिन की ज़िंदगी
कार्तिक नितिन शर्मा
*** बिंदु और परिधि....!!! ***
*** बिंदु और परिधि....!!! ***
VEDANTA PATEL
💐Prodigy Love-40💐
💐Prodigy Love-40💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
भीख
भीख
Mukesh Kumar Sonkar
* ऋतुराज *
* ऋतुराज *
surenderpal vaidya
(14) जान बेवजह निकली / जान बेवफा निकली
(14) जान बेवजह निकली / जान बेवफा निकली
Kishore Nigam
प्यार और विश्वास
प्यार और विश्वास
Harminder Kaur
#मुक्तक-
#मुक्तक-
*Author प्रणय प्रभात*
राम नाम
राम नाम
पंकज प्रियम
* बच कर रहना पुष्प-हार, अभिनंदन वाले ख्यालों से 【हिंदी गजल/ग
* बच कर रहना पुष्प-हार, अभिनंदन वाले ख्यालों से 【हिंदी गजल/ग
Ravi Prakash
जीवन दुखों से भरा है जीवन के सभी पक्षों में दुख के बीज सम्मि
जीवन दुखों से भरा है जीवन के सभी पक्षों में दुख के बीज सम्मि
Ms.Ankit Halke jha
16- उठो हिन्द के वीर जवानों
16- उठो हिन्द के वीर जवानों
Ajay Kumar Vimal
जख्म भरता है इसी बहाने से
जख्म भरता है इसी बहाने से
Anil Mishra Prahari
Loading...