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29 Jan 2024 · 1 min read

उसे पता था

शायद उसे पता था
कि औरत को औरत होने के लिए
कोई उम्र नहीं होती

शायद उसे पता था
कि औरत माँ के पेट से
बाहर निकलते ही
होती है सिर्फ और सिर्फ औरत

शायद उसे यह भी पता था
कि छोटी या बड़ी औरत
नहीं कर सकती
खूनी दरिन्दों से अपनी हिफाजत

इसीलिए मैं ने होश सँभालते ही
उस के सिरहाने टंगी देखी
दोनाली बंदूक
और खूबसूरत मखमली म्यान से ढकी
तीनफुटी कृपाण

घर में धीरे धीरे
ऊँचाई पकड़ती बेटियों पर
रहती थी उस की पैनी नजर
कभी उनकी हिफाजत के लिए
और कभी अपनी इज्घ्जत के लिए
क्योंकि वह पिता था

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