उफ़
आंख मिलती है मगर शर्म से झुक जाती है ।
वो मुझे जब भी देखती है मुस्कुराती है।
पास रहने पर भले कुछ न लगे ।
जब कभी दूर हो तो याद बहुत आती है ।
आंख मिलती है मगर शर्म से झुक जाती है ।
वो मुझे जब भी देखती है मुस्कुराती है।
पास रहने पर भले कुछ न लगे ।
जब कभी दूर हो तो याद बहुत आती है ।