उन बातों को अब सहा नहीं जाता
जिन बातों को कहा नहीं जाता,
उन बातों को अब सहा नहीं जाता।
लोग जालिम बहुत हैं इस दुनिया के,
इस दुनिया में अब रहा नहीं जाता।
बह जाते थे पहले किसी के भी आंसू देखकर,
पर अब उस सैलाब में बहा नहीं जाता।
वो तो ऐसे तीर चलाता है तानों के,
कि अब हमसे सहा नहीं जाता।
क्या करें हम भी लेकिन ए हुज़ूर,
उसके बिना अब हमसे एक पल भी रहा नहीं जाता।
लगता है आसान है कहना कि मुझे मोहब्बत है उससे,
पर ये आसान सा लफ्ज़ हमसे कहा नहीं जाता।