*उत्तर-दक्षिण एक, तमिल हो अथवा काशी (कुंडलिया)*
उत्तर-दक्षिण एक, तमिल हो अथवा काशी (कुंडलिया)
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काशी में भगवान शिव, ज्योतिर्लिंग अनूप
रामेश्वर में भी दिखा, पावन वह ही रूप
पावन वह ही रूप, पुरातन गाथा गाते
इनमें कहीं न द्वैत, विद्वजन यह बतलाते
कहते रवि कविराय, भेद का भाव विनाशी
उत्तर-दक्षिण एक, तमिल हो अथवा काशी
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रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451