Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Mar 2022 · 1 min read

उठो नारियो जागो तुम …

उठो नारियो जागो तुम
और न अब इन्तजार करो,
जोर-जुल्म अन्याय-नीति का
जमकर तुम प्रतिकार करो,
उठो नारियो जागो तुम …

नहीं किसी से कम हो तुम,
कैसे तुम यह भूल गईं ?
तुम से ही जग जन्मा है,
क्या यह तुमको याद नहीं ?
तुम जननी, माता, महतारी,
तुम ही जीवन दाता हो,
तुम में ही सब रूप जगत के
तुम ही श्रृष्टि स्वरूपा हो,

बिना तुम्हारे कौन बना है ?
सोचो, तनिक विचार करो।
उठो नारियो जागो तुम…

अनुपम कृति हो तुम प्रकृति की
मानवता की द्योतक हो,
तुम साथी, संगिनी, सहचरी,
संकट में संकटमोचक हो,
करो स्मरण स्वंय शक्ति का,
मत अबला बन, लाचार बनो,
पहले जानो खुद ही खुद को,
फिर जग का ज्ञान आधार बनो,

तुम से बढ़कर कौन जहाँ में ?
आगे बढ़ नेतृत्व करो,
उठो नारियो जागो तुम…

निश्चय करो संभालो खुद को,
कर्तव्यों से विमुख न हो,
पढ लिख प्रज्ञावान बनो तुम,
संगठित हो संघर्ष करो,
सीधी-सच्ची बनी रहो पर,
हक अपना मत मरने दो,
कोई कितना भी अजीज हो,
मनमानी मत करने दो,

बाधाओं को धता बताकर,
नवसृजन शुभारंभ करो,
उठो नारियो जागो तुम…

✍ – सुनील सुमन

1 Like · 1 Comment · 631 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जय जय तिरंगा तुझको सलाम
जय जय तिरंगा तुझको सलाम
gurudeenverma198
"अंगूर"
Dr. Kishan tandon kranti
आलोचना - अधिकार या कर्तव्य ? - शिवकुमार बिलगरामी
आलोचना - अधिकार या कर्तव्य ? - शिवकुमार बिलगरामी
Shivkumar Bilagrami
Bhut khilliya udwa  li khud ki gairo se ,
Bhut khilliya udwa li khud ki gairo se ,
Sakshi Tripathi
सर्वोपरि है राष्ट्र
सर्वोपरि है राष्ट्र
Dr. Harvinder Singh Bakshi
*****नियति*****
*****नियति*****
Kavita Chouhan
चौमासा विरहा
चौमासा विरहा
लक्ष्मी सिंह
सोच
सोच
Dinesh Kumar Gangwar
काश कि ऐसा होता....
काश कि ऐसा होता....
Ajay Kumar Mallah
हम नही रोते परिस्थिति का रोना
हम नही रोते परिस्थिति का रोना
Vishnu Prasad 'panchotiya'
गरीब हैं लापरवाह नहीं
गरीब हैं लापरवाह नहीं
Dr. Pradeep Kumar Sharma
#पंचैती
#पंचैती
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
गल्प इन किश एंड मिश
गल्प इन किश एंड मिश
प्रेमदास वसु सुरेखा
अनसुलझे किस्से
अनसुलझे किस्से
Mahender Singh
रमेशराज की जनकछन्द में तेवरियाँ
रमेशराज की जनकछन्द में तेवरियाँ
कवि रमेशराज
सच में शक्ति अकूत
सच में शक्ति अकूत
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
2615.पूर्णिका
2615.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
** फितरत **
** फितरत **
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
प्रकृति
प्रकृति
Mukesh Kumar Sonkar
मन में रख विश्वास,
मन में रख विश्वास,
Anant Yadav
*खाई दावत राजसी, किस्मों की भरमार【हास्य कुंडलिया】*
*खाई दावत राजसी, किस्मों की भरमार【हास्य कुंडलिया】*
Ravi Prakash
पता ही नहीं चलता यार
पता ही नहीं चलता यार
पूर्वार्थ
फूल
फूल
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
घबरा के छोड़ दें
घबरा के छोड़ दें
Dr fauzia Naseem shad
स्मृतियों का सफर (23)
स्मृतियों का सफर (23)
Seema gupta,Alwar
😊😊😊
😊😊😊
*Author प्रणय प्रभात*
पैसों के छाँव तले रोता है न्याय यहां (नवगीत)
पैसों के छाँव तले रोता है न्याय यहां (नवगीत)
Rakmish Sultanpuri
सफलता मिलना कब पक्का हो जाता है।
सफलता मिलना कब पक्का हो जाता है।
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
हथियार बदलने होंगे
हथियार बदलने होंगे
Shekhar Chandra Mitra
मेरा प्रेम पत्र
मेरा प्रेम पत्र
डी. के. निवातिया
Loading...