Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Dec 2022 · 1 min read

*उठाओ प्लेट खुद खाओ , खिलाने कौन आएगा (मुक्तक)*

उठाओ प्लेट खुद खाओ , खिलाने कौन आएगा (मुक्तक)
_________________________
उठाओ प्लेट खुद खाओ , खिलाने कौन आएगा
कहॉं स्टाल किसका है, बताने कौन आएगा
खड़े हैं ताव देकर, मूॅंछ पर अब लड़की वाले भी
जो गलती से अगर रुठे, मनाने कौन आएगा
—————————————-
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा ,रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

Language: Hindi
192 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
बिहार दिवस  (22 मार्च 2023, 111 वां स्थापना दिवस)
बिहार दिवस  (22 मार्च 2023, 111 वां स्थापना दिवस)
रुपेश कुमार
दुनियाँ के दस्तूर बदल गए हैं
दुनियाँ के दस्तूर बदल गए हैं
हिमांशु Kulshrestha
आत्म संयम दृढ़ रखों, बीजक क्रीड़ा आधार में।
आत्म संयम दृढ़ रखों, बीजक क्रीड़ा आधार में।
Er.Navaneet R Shandily
प्रीत तुझसे एैसी जुड़ी कि
प्रीत तुझसे एैसी जुड़ी कि
Seema gupta,Alwar
प्रभु जी हम पर कृपा करो
प्रभु जी हम पर कृपा करो
Vishnu Prasad 'panchotiya'
💐कुछ तराने नए सुनाना कभी💐
💐कुछ तराने नए सुनाना कभी💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
कैसे चला जाऊ तुम्हारे रास्ते से ऐ जिंदगी
कैसे चला जाऊ तुम्हारे रास्ते से ऐ जिंदगी
देवराज यादव
कब मैंने चाहा सजन
कब मैंने चाहा सजन
लक्ष्मी सिंह
*रखता है हर बार कृष्ण मनमोहन मेरी लाज (भक्ति गीत)*
*रखता है हर बार कृष्ण मनमोहन मेरी लाज (भक्ति गीत)*
Ravi Prakash
जो तेरे दिल पर लिखा है एक पल में बता सकती हूं ।
जो तेरे दिल पर लिखा है एक पल में बता सकती हूं ।
Phool gufran
..सुप्रभात
..सुप्रभात
आर.एस. 'प्रीतम'
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelam Sharma
2515.पूर्णिका
2515.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
मेरे अंशुल तुझ बिन.....
मेरे अंशुल तुझ बिन.....
Santosh Soni
बिन काया के हो गये ‘नानक’ आखिरकार
बिन काया के हो गये ‘नानक’ आखिरकार
कवि रमेशराज
"कलाकार"
Dr. Kishan tandon kranti
राम नाम सर्वश्रेष्ठ है,
राम नाम सर्वश्रेष्ठ है,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
बचपन अपना अपना
बचपन अपना अपना
Sanjay ' शून्य'
खुद के हाथ में पत्थर,दिल शीशे की दीवार है।
खुद के हाथ में पत्थर,दिल शीशे की दीवार है।
Priya princess panwar
आका के बूते
आका के बूते
*Author प्रणय प्रभात*
हमारे प्यार का आलम,
हमारे प्यार का आलम,
Satish Srijan
मेरा ब्लॉग अपडेट दिनांक 2 अक्टूबर 2023
मेरा ब्लॉग अपडेट दिनांक 2 अक्टूबर 2023
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
सच्चाई की कीमत
सच्चाई की कीमत
Dr Parveen Thakur
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
Life is too short to admire,
Life is too short to admire,
Sakshi Tripathi
व्यंग्य कविता-
व्यंग्य कविता- "गणतंत्र समारोह।" आनंद शर्मा
Anand Sharma
"जिंदगी"
Yogendra Chaturwedi
ये हवा ये मौसम ये रुत मस्तानी है
ये हवा ये मौसम ये रुत मस्तानी है
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
ड्यूटी
ड्यूटी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
Wait ( Intezaar)a precious moment of life:
Wait ( Intezaar)a precious moment of life:
पूर्वार्थ
Loading...