*ईश्वर को आभार (कुंडलिया)*
ईश्वर को आभार (कुंडलिया)
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धूप मिली है मुफ्त में, कुदरत का वरदान
नदियों से जल मिल रहा,किए बिना भुगतान
किए बिना भुगतान , फूल फल सब्जी प्यारी
मिली मुफ्त में भूमि , संग पर्वत के सारी
कहते रवि कविराय, डाल पर कली खिली है
ईश्वर को आभार , शीत में धूप मिली है
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रचयिता : रवि प्रकाश , बाजार सर्राफा,
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 999 761 54 51