इश्क़ का मौसम सुहाना हो गया
प्यार में ये दिल दिवाना हो गया
इश्क़ का मौसम सुहाना हो गया
टूटकर दिल तक नहीं पहुँचा मिरे
आपका खंज़र पुराना हो गया
बाज़ आता है शरारत से कहाँ
हुस्न तेरा क़ातिलाना हो गया
प्यार की खुशबू में डूबा इश्क़ जो
दिल बड़ा ही आशिक़ाना हो गया
चाँदनी का नूर है तुझ में भरा
रौशनी का मैं दिवाना हो गया