इरादे नहीं पाक,
मेरे इरादे नहीं पाक और खामियां हैं बहुत सारी,
इसलिए दामन में तू समाता नहीं है।
न मैं अच्छा न मेरी बंदगी अच्छी,
इसलिए सिजदे में तू आता नहीं है।
मैंने सुना है तू हिसाब ही नहीं करता ।
इसलिये दिल से एतबार जाता नहीं है।
आते नहीं खयाल में कोशिश करूं कितना,
फिर भी अक़ीदे से तेरा प्यार जाता नहीं है।