इंसानों को दिया दीन ने, शांति का पैगाम रे
इंसानों को दिया दीन ने, शांति का पैगाम रे
गला रेत कर मार रहे, क्यों दुनिया में इंसान रे
खुदा ने बनाया इंसानों को,हर वंदा है इंसान रे
कब तक मारोगे काफिर कहकर?
खुदा के वंदों को, इंसान रे?
सुरेश कुमार चतुर्वेदी