#*#*इंसानियत *#*#
* ॐ नमो भगवते वासुदेवाय *
***” इंसानियत “***
तेजी रफ्तार से एक व्यक्ति बाईक में चले जा रहा था गाड़ी चलाते समय हेंडिल में एक पालीथीन बैग टांगा हुआ था वो रास्ते में कहीं पर गिर गया था यह नजारा सड़क के किनारे रहने वाले सुरेंद्र एवं उसकी पत्नी सुमन ने देखा परन्तु ये समझ नही आया कि उस पालीथीन बैग में ना जाने क्या होगा ..? ? वे दोनों अपनी दुकान पर व्यस्त हो गए थे कुछ देर बाद एक बालक वही से गुजरा और वह पड़ा हुआ पालीथीन उठाकर अपने घर ले गया ये सभी नजारा देख कर भी नजर अंदाज कर दिया
पुनः कुछ देर बाद बाईक वाला व्यक्ति उसी जगह पर कुछ ढूढ़ने लगा मानो कुछ खो गया हो आसपास मौजूद सभी लोगों से पूछ रहा था यहाँ कोई पॉलीथिन गिरी मिली क्या ….? ? ?
सुरेंद्र व उसकी पत्नी ने कहा – हा पड़ी थी लेकिन उसमें क्या कुछ जरूरी सामान था उस व्यक्ति ने बताया … हा उसमें जमीन के कागजात है पिताजी के ईलाज के लिए पैसों के इतंजाम करने के लिए कुछ जमीन गिरवी रख 40 हजार रुपये लेकर जा रहा था उस पॉलीथिन में वही रखा था।
सुरेंद्र ने बताया कि अभी कुछ देर पहले एक बालक वह पॉलीथिन बैग लेकर गया है और सामने साईकिल की दुकान जो दिख रही है वहां वह लड़का रहता है इशारा करते हुए बता दिया था वह व्यक्ति उस बालक के घर गया तो वह घर पर नही मिला लेकिन पिताजी से पूछने पर बतलाया गया कि कुछ पॉलीथिन बैग लेकर आया है और उसे पलंग के नीचे छुपा दिया है पता नही क्या है कुछ देर बाद वह लड़का घर आया पहले तो वो मना करने लगा मुझे वो रास्ते पर पड़ा मिला है तो अब वो मेरा है लेकिन सुरेंद्र व घर वालों ने समझाया उस व्यक्ति ने भी कहा – ठीक है तुम्हें मिला है तो रख लो लेकिन मेरे जमीन के कागजात तो दे दो बड़ी मिन्नतें करने के बाद वो बैग देने को राजी हुआ उस व्यक्ति ने अपनी पूरी कहानी बतलाई थी ।
जाते समय उस व्यक्ति ने सुरेंद्र व उनकी पत्नी का तहेदिल से धन्यवाद देते हुए कुछ पैसे ख़ुशी से देने लगा और कहने लगा – आज आपके बदौलत मेरे जमीन के कागज व पैसे मिल गए वरना अभी मुझे बहुत ही परेशानियों का सामना करना पड़ता आपके कारण मुझे मेरा बैग वापस मिल गया है।
सुरेंद्र व उनकी पत्नी ने कहा – इन पैसों की आपको जरूरत है आपका खोया हुआ सामान वापस मिल गया इसमें हमको ज्यादा ख़ुशी हो रही है एक इंसानियत के नाते यह हमारा फर्ज है और भलाई करना ,ईमानदारी से कार्य करना यही ईश्वर की इबादत है ….
इससे बढ़कर ख़ुशी मायने रखती है अब अपना बैग सुरक्षित ले जाईये और पिताजी का ईलाज करवाइये ….! ! !
***राधैय राधैय जय श्री कृष्णा ***
#* शशिकला व्यास #*
$* भोपाल मध्यप्रदेश