Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Mar 2023 · 1 min read

इंडिया में का बा ?

देखअ ए फेकू बाबा
इंडिया के हाल का बा
बाजेला दुनिया भर में
अब राम राज के बाजा…
(१)
एक तअ छिनाइल रोज़गार
दोसरे महंगाई के मार
बस चुनावी जुमला रहे
ऊ अच्छा दिन के वादा…
(२)
अनपढ़-जाहिल नेता घूमे
मंत्री बनके जहाज में
पढल-लिखल युवा बइठल
ठेला पर खोलके ढाबा…
(३)
क़ातिल औरी लूटेरा तअ
फूल के माला पहीने
मानवता के सेवक पावे
काला पानी के साजा…
(४)
पाखंड औरी आडंबर के
हल्ला बाटे चारू ओर
विश्वगुरु देश भईल
मीडिया में खबर बा ताजा…
(५)
ना ढंग के कालेज बनवलअ
ना कायदे के अस्पताल
हिंदू राष्ट्र के नाम पर
जनता से कईलअ दागा…
#Geetkar
#महंगाई #बेरोजगारी #भ्रष्टाचार
#अपराध #नफरत #शिक्षा #विपक्ष
#स्वास्थ्य #अराजकता #परेशान
#मजदूर #किसान #जनता #भोजपुरी
#राजनीति #निजीकरण #हकमारी
#हल्ला_बोल #politics #गरीबी
#lyricist #lyrics #इंडिया_में_का_बा
#इंटरनेशनल_बेइज्जती #भारत_का_डंका

Language: Bhojpuri
Tag: गीत
493 Views

You may also like these posts

ये तुझे पा लेने की चाहत ही है।
ये तुझे पा लेने की चाहत ही है।
Rj Anand Prajapati
मैं हिन्दी हूं।
मैं हिन्दी हूं।
Acharya Rama Nand Mandal
वो इतनी ही हमारी बस सांझली
वो इतनी ही हमारी बस सांझली
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
यादो की चिलमन
यादो की चिलमन
Sandeep Pande
जय श्री राम
जय श्री राम
Mahesh Jain 'Jyoti'
आंख अपनी चुराना नहीं चाहिए।
आंख अपनी चुराना नहीं चाहिए।
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
5. Festive Light
5. Festive Light
Ahtesham Ahmad
महानिशां कि ममतामयी माँ
महानिशां कि ममतामयी माँ
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
*शब्दों मे उलझे लोग* ( अयोध्या ) 21 of 25
*शब्दों मे उलझे लोग* ( अयोध्या ) 21 of 25
Kshma Urmila
कठवा
कठवा
Dr. Kishan tandon kranti
SCHOOL..
SCHOOL..
Shubham Pandey (S P)
जो संघर्ष की राह पर चलते हैं, वही लोग इतिहास रचते हैं।।
जो संघर्ष की राह पर चलते हैं, वही लोग इतिहास रचते हैं।।
Lokesh Sharma
तन्हा....
तन्हा....
sushil sarna
"सबकी नज़रों में एकदम कंगाल हूँ मैं ll
पूर्वार्थ
दोस्तों, ख़ुशियाँ बाँटते चलो.
दोस्तों, ख़ुशियाँ बाँटते चलो.
Piyush Goel
ग़ज़ल _ दर्द बन कर तुम मेरी आँखों में आते क्यूँ नहीं।
ग़ज़ल _ दर्द बन कर तुम मेरी आँखों में आते क्यूँ नहीं।
Neelofar Khan
तेहि पर चढ़ा रंग गुलाल
तेहि पर चढ़ा रंग गुलाल
PRATHVI SINGH BENIWAL
नियति
नियति
मिथलेश सिंह"मिलिंद"
दुकान वाली बुढ़िया
दुकान वाली बुढ़िया
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
* आओ ध्यान करें *
* आओ ध्यान करें *
surenderpal vaidya
*प्राण-प्रतिष्ठा सच पूछो तो, हुई राष्ट्र अभिमान की (गीत)*
*प्राण-प्रतिष्ठा सच पूछो तो, हुई राष्ट्र अभिमान की (गीत)*
Ravi Prakash
मेरी औकात के बाहर हैं सब
मेरी औकात के बाहर हैं सब
सिद्धार्थ गोरखपुरी
तुम्हारी खूब़सूरती क़ी दिन रात तारीफ क़रता हूं मैं....
तुम्हारी खूब़सूरती क़ी दिन रात तारीफ क़रता हूं मैं....
Swara Kumari arya
3964.💐 *पूर्णिका* 💐
3964.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
■ ये डाल-डाल, वो पात-पात। सब पंछी इक डाल के।।
■ ये डाल-डाल, वो पात-पात। सब पंछी इक डाल के।।
*प्रणय*
जन्मदिन का तोहफा**
जन्मदिन का तोहफा**
Bindesh kumar jha
निसर्ग संदेश
निसर्ग संदेश
Shyam Sundar Subramanian
कविता
कविता
Bodhisatva kastooriya
देख इंसान कहाँ खड़ा है तू
देख इंसान कहाँ खड़ा है तू
Adha Deshwal
सुना है नींदे चुराते हैं ख्वाब में आकर।
सुना है नींदे चुराते हैं ख्वाब में आकर।
Phool gufran
Loading...