आसान नही यँहा!
आसान नही यँहा किसी से दिल का लगाना
खंजर छुपाये बैठा हैं ना जाने कोई परवाना
आसान नही यँहा तेरी यादो को मिटाना
कुर्बान ना हो जाये अब यँहा कोई दीवाना
आसान नही यँहा किसी रोते हुये को हंसाना
बहुत मुश्किल होता हैं फिर रो कर मुश्कुराना
आसान नही यँहा अपने दिल के हाल बताना
धोखा दे जाते हैं लोग यँहा निभा के दोस्ताना
आसान नही यँहा किसी को अपना बनाना
बड़ी मुश्किल से पड़ता हैं रिश्तो को निभाना
आसान नही यँहा किसी के दिल को दुखाना
बहुत मुश्किल होता हैं फिर किसी को मनाना
आसान नही यँहा किसी पे मर के मिट जाना
बहुत मुश्किल होता हैं फिर मर मिट के संभलना
®आकिब जावेद