आशी (पलक) एवं कीर्ति कान्त मंगल परिणय
अभिनंदन पत्र
आशी एवं कीर्ति कान्त के, मंगल परिणय पर वंदन है
सभी पधारे मेंहमानों का, हृदय से अभिनंदन है
बर्षों संजोए स्वप्न,तुमसे मिलकर साकार हुए
राम सिया सी जोड़ी पाकर, परिवार सहित हम धन्य हुए
हृदय के पावन भावों से, करबद्ध सभी वंदन है।
सभी पधारे मेंहमानों का, हृदय से अभिनंदन है।।
दादा दादी,वुआ फूफाजी, चाचा चाची, कर जोड़ खड़े हैं
मामा मामी भाई बहन सब, अवसर खुशी बड़े हैं
मात पिता आशी के, मन ही मन, बड़े प़फुल्लित हैं
नन्ही आशी चली जाएगी, प्रेम से भीगी अंखियां हैं
आज विदा की बेला में,साजन समधी अभिनंदन है
सभी पधारे मेंहमानों का, हृदय से अभिनंदन है।
नाजों पली बड़ी है विटिया,आज आपको देते हैं
सदा सुखी वर वधू रहें,दुआ यही देते हैं
खुशहाल रहें परिवार सहित, आशीर्वाद हृदय से देते हैं
सभी पधारे मेंहमानों का, हृदय से अभिनंदन है
आशी एवं कीर्ति कान्त के, मंगल परिणय पर वंदन है
रचयिता सुरेश कुमार चतुर्वेदी
हार्दिक शुभकामनाएं सहित। भोपाल दिनांक १३/१२/२०२१
श्रीमती बरखा अशोक साहू एवं समस्त साहू परिवार