आशिक मर गया!
मेरे दिल और जान पर
वह सानेहा गुज़र गया!
मैं किसी गुलाब की तरह
रेज़ा-रेज़ा बिखर गया!!
इश्क़ और इंकलाब को
एक साथ साधते हुए!
बेशक शायर तो बच गया
लेकिन आशिक मर गया!!
Shekhar Chandra Mitra
#RomanticRebel
#सृजनचेतना
मेरे दिल और जान पर
वह सानेहा गुज़र गया!
मैं किसी गुलाब की तरह
रेज़ा-रेज़ा बिखर गया!!
इश्क़ और इंकलाब को
एक साथ साधते हुए!
बेशक शायर तो बच गया
लेकिन आशिक मर गया!!
Shekhar Chandra Mitra
#RomanticRebel
#सृजनचेतना