आव्हान
उषा किरणों ने अलसाई हुई कलियों से कहा
उठो खिलो,
अपनी मुस्कान से नवदिवस का
अभिनंदन करो ,
अतीत के तम के अवसान का
संदेश प्रस्तुत करो ,
नवविचारों ,नवसंभावनाओं ,नवसंकल्पों
को जागृत करो ,
सद्भावना , सदाचार ,सद्व्यवहार ,
से हृदय को स्पंदित करो ,
द्वेष ,क्लेश, दुर्भावना के
मानस पटल पर आच्छादित
बादलों को नष्ट करो ,
अतीत से शिक्षित हो,
परिवर्तित वर्तमान में अग्रसर रह,
उज्जवल भविष्य मार्ग प्रशस्त करो ,
सत्य ,अहिंसा ,कर्म समर्पित भाव संचरित करो ,
पुष्प अंतर्निहित सेवा भाव तत्वज्ञान प्रकाश से
मानव जीवन आलोकित करो,