आलाप
क्या ! हुजूर माई बाप
ज़िंदा रहना ही है पाप ।
दान में देंगे मत अपना
बस चिंता न करें आप।
कृपया अन्यथा ना लें
हैं ये आस्तीन के सांप।
ज़हमत किया है आकर
मजबुरी लिया है भांप ।
ज़रुर होगा कुछ अच्छा
लम्बा-चौड़ा है आलाप।
-अजय प्रसाद
क्या ! हुजूर माई बाप
ज़िंदा रहना ही है पाप ।
दान में देंगे मत अपना
बस चिंता न करें आप।
कृपया अन्यथा ना लें
हैं ये आस्तीन के सांप।
ज़हमत किया है आकर
मजबुरी लिया है भांप ।
ज़रुर होगा कुछ अच्छा
लम्बा-चौड़ा है आलाप।
-अजय प्रसाद