Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 May 2023 · 1 min read

आप जितने सकारात्मक सोचेंगे,

आप जितने सकारात्मक सोचेंगे,
आपकी जिंदगी उतनी ही सकारात्मक बनेगी।

Transliteration:

Translation:
The more positive thoughts you have,
the more positive your life will become.

177 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Sidhartha Mishra
View all
You may also like:
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*अच्छी आदत रोज की*
*अच्छी आदत रोज की*
Dushyant Kumar
क्रोटन
क्रोटन
Madhavi Srivastava
शाखों के रूप सा हम बिखर जाएंगे
शाखों के रूप सा हम बिखर जाएंगे
कवि दीपक बवेजा
लाख दुआएं दूंगा मैं अब टूटे दिल से
लाख दुआएं दूंगा मैं अब टूटे दिल से
Shivkumar Bilagrami
सुविचार
सुविचार
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
विरह के दु:ख में रो के सिर्फ़ आहें भरते हैं
विरह के दु:ख में रो के सिर्फ़ आहें भरते हैं
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
रक्षा के पावन बंधन का, अमर प्रेम त्यौहार
रक्षा के पावन बंधन का, अमर प्रेम त्यौहार
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
लड़की किसी को काबिल बना गई तो किसी को कालिख लगा गई।
लड़की किसी को काबिल बना गई तो किसी को कालिख लगा गई।
Rj Anand Prajapati
लग जाए गले से गले
लग जाए गले से गले
Ankita Patel
अलाव की गर्माहट
अलाव की गर्माहट
Arvina
क्यों तुम उदास होती हो...
क्यों तुम उदास होती हो...
Er. Sanjay Shrivastava
ज़िंदगी जीना
ज़िंदगी जीना
Dr fauzia Naseem shad
*संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ: दैनिक रिपोर्ट*
*संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ: दैनिक रिपोर्ट*
Ravi Prakash
मित्र भाग्य बन जाता है,
मित्र भाग्य बन जाता है,
Buddha Prakash
दिल से दिल तो टकराया कर
दिल से दिल तो टकराया कर
Ram Krishan Rastogi
3007.*पूर्णिका*
3007.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दिन आज आखिरी है, खत्म होते साल में
दिन आज आखिरी है, खत्म होते साल में
gurudeenverma198
मुस्कान
मुस्कान
नवीन जोशी 'नवल'
स्पर्श
स्पर्श
Ajay Mishra
चित्रकार उठी चिंकारा बनी किस के मन की आवाज बनी
चित्रकार उठी चिंकारा बनी किस के मन की आवाज बनी
प्रेमदास वसु सुरेखा
चाय की चुस्की संग
चाय की चुस्की संग
Surinder blackpen
हवन - दीपक नीलपदम्
हवन - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
हिम्मत कर लड़,
हिम्मत कर लड़,
पूर्वार्थ
हम बिहार छी।
हम बिहार छी।
Acharya Rama Nand Mandal
स्त्री
स्त्री
Shweta Soni
■ जारी रही दो जून की रोटी की जंग
■ जारी रही दो जून की रोटी की जंग
*Author प्रणय प्रभात*
"बहुत दिनों से"
Dr. Kishan tandon kranti
जब जलियांवाला काण्ड हुआ
जब जलियांवाला काण्ड हुआ
Satish Srijan
Loading...