आदिवासी दिवस
आदिकाल से मनुज तुम्हारा, है धरती पर बास
बुद्धि कौशल ज्ञान से, आज हो गए खास
आदिवासी सभी थे, शहरी हो गए आज
कंदराओं से निकलकर, सभ्यताओं का राज
आदिकाल से मनुज तुम्हारा, है धरती पर बास
बुद्धि कौशल ज्ञान से, आज हो गए खास
आदिवासी सभी थे, शहरी हो गए आज
कंदराओं से निकलकर, सभ्यताओं का राज