आज मन उदास है
आज मन उदास है
रिक्त हृदय
अभिलाषाओं से
मुक्त नहीं हो पाया
मन को छलते-छलते
इसने दर्द बहुत हीं पाया
अनगिन झूठी बातों पर भी
सहज किया विश्वास है
आज मन उदास है…
आज मन उदास है
रिक्त हृदय
अभिलाषाओं से
मुक्त नहीं हो पाया
मन को छलते-छलते
इसने दर्द बहुत हीं पाया
अनगिन झूठी बातों पर भी
सहज किया विश्वास है
आज मन उदास है…