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28 Apr 2024 · 1 min read

आज मन उदास है

आज मन उदास है
रिक्त हृदय
अभिलाषाओं से
मुक्त नहीं हो पाया
मन को छलते-छलते
इसने दर्द बहुत हीं पाया
अनगिन झूठी बातों पर भी
सहज किया विश्वास है
आज मन उदास है…

1 Like · 97 Views
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