आज, तोला चउबीस साल होगे…
बोएं बिजहा, सोनहा बाली बनगे,
पियर-गुलाबी गाल होगे ।
मड़ियावत-कुलकत, कब बेरा बितगे,
रुप निहारत, निहाल होगे ।।
मोर मयारु छत्तीसगढ़,
आज, तोला चउबीस साल होगे ।।।
जुग-जुग जी, अम्मर रह,
चारो मुड़ा विकास हवय।
सुंता, सलाह अउ समृद्धि ले ,
गुंजत धरती-अकास हवय ।।
सुख के सुरहुत्ति, मन भर हंसी,
हर डेहरी खुशी के वास हवय ।।।
अइसन गढ़े, गढ़ छत्तीसगढ़ ल,
के सफल सुराज मिसाल होगे ।।।
मोर मयारु छत्तीसगढ़,
आज, तोला चउबीस साल होगे…
ये माटी चंदन-चंदन,
दसो दिसा करत वंदन ।
नंदिया-नरवा, पेड़-पहाड़,
मुस्कावत करत हे अभिनंदन ।।
गजब बाढ़े, अउ मान बढ़ाए,
ममहावत हे महिमामंडन ।।।
दुरदिन नंदागे, दुख-पीरा मेटागे ,
दिन-बादर खुशहाल होगे ,
मोर मयारु छत्तीसगढ़,
आज, तोला चउबीस साल होगे….
चाली, चुगली, बैमानी,
झन फुट, अन्देखी स्वारथ होय ।
मिहनत , मजदूरी, लहू-पछीना,
कोनो के झन अकारथ होय ।।
तोला हमर शुभकामना हे,
जनमदिन मुबारक होय ।।।
छोट उम्मर अउ काबा भर प्रगति,
दुनिया बर कमाल होगे ।।।।
मोर मयारु छत्तीसगढ़,
आज, तोला चउबीस साल होगे….