“आज़ादी के 75 सालों में
“आज़ादी के 75 सालों में
देश की जनता इतनी
सशक्त हो गई है कि
बेजान पुतलों को
आराम से पीट लेती है।”
😊प्रणय प्रभात😊
“आज़ादी के 75 सालों में
देश की जनता इतनी
सशक्त हो गई है कि
बेजान पुतलों को
आराम से पीट लेती है।”
😊प्रणय प्रभात😊