आगन्तुक
आगन्तुक
हर आगन्तुक
लाता है पैगाम
खुशी का
या फिर गम का
जो कर देता है माहौल
खुशनुमा या गमगीन
आंसू ही है मात्र
ऐसा आगन्तुक जो
आकर कर देता है
हल्का-फुल्का इंसान को
-विनोद सिल्ला
आगन्तुक
हर आगन्तुक
लाता है पैगाम
खुशी का
या फिर गम का
जो कर देता है माहौल
खुशनुमा या गमगीन
आंसू ही है मात्र
ऐसा आगन्तुक जो
आकर कर देता है
हल्का-फुल्का इंसान को
-विनोद सिल्ला