आओ विद्रोह शुरु करें
आओ विद्रोह शुरू करें
उन देशवासियों के खिलाफ,
जिन्हें नाज होता हैं
विदेशी बोली बोलने में,
विदेशी ढंग अपनाने में,
कुसंस्कारों को नई रंग देने में,
रहकर अपने ही देश में
विदेशों की जो जयजयकार करें,
ऐसे देशद्रोहीयों के खिलाफ
आओ विद्रोह शुरू करें ।
देश के शहीदों को भुलाकर
उनकी निशानियों की जो चोरी करें,
अपने देश की जड़ों को काटकर
दुश्मनों की जड़ों को जो मजबूत करें,
अपने ही लोगों की जानें लेकर
खुद की जो जयजयकार करें,
ऐसे नीच गद्दारों के खिलाफ
आओ विद्रोह शुरू करें ।
देकर विदेशी नाम देशी त्योहारों को
रिवाजों को जो बदनाम करें,
दिखावा करें देशप्रेम का मगर
तैयारी देश को बेचने की करें,
इंसान नहीं जानवरों का खाना भी खा जाए
कपड़ा नहीं पर कफन की भी जो चोरी करें,
ऐसे पापी मक्कार देशभक्तों के खिलाफ
आओ विद्रोह शुरू करें ।
राम के भेस में रावण सारे
सीताओं की श्लीलता जो नष्ट करें,
नारी की पूजा होनेवाली देश में
जो नारी अपनी अर्धनग्नता पर गौरव करें,
साधु-महात्माओं के देश में
बनकर साधु जो पापी देश को शापित करें,
ऐसे निर्लज्ज अधम देशवासियों के खिलाफ
आओ विद्रोह शुरू करें ।
आओ विद्रोह शुरू करें ।।