आओ दिल का दीप जलाएं
आओ दिल का दीप जलाएं
दुनिया में उजियारा लाएं
हिंसा और अज्ञान अशिक्षा
सारे जग से दूर भगाएं
आओ दिल का दीप जलाएं
कहीं धर्म के नाम पर झगड़ा है
कहीं नस्ल भेद भी तगड़ा है
छाए हुए आतंक के बादल
आओ पेम प्रीत बरसाएं
आओ दिल का दीप जलाएं
सुरेश कुमार चतुर्वेदी