आओ करें चाँद की सैर
आओ करें चाँद की सैर
आओ चले चाँद के देश,
अब न रहेगा कोई विद्वेष,
चाँद पर हम भी बनाएँगे,
अपना अनूठा सुन्दर देश।।
आओ चले चाँद के देश ….
पानी मिलेगा, बर्फ पिघलेगा,
हो जाएगा, वह उन्नत देश,
नई-नई तकनिकी से अब,
बदल देंगे उसका परिवेश।।
आओ चले चाँद के देश ….
युरेनियम और स्वर्ण मिलेगा,
आशाओं का कमल खिलेगा
दीप ज्ञान का वहाँ जलेगा।।
आओ चले चाँद के देश ….
डॉ.नितेश शाह