आईना
जबसे देखा किये हैं तिरा आईना
मुझसे रूठा हुआ है मिरा आईना
अब तो सपने सभी ये बिखरने लगे
अब किनारे पड़ा है मिरा आईना
जबसे बदली है थोड़ी हवा आपकी
तबसे बदला हुआ है मिरा आईना
जबसे दुनिया ग़ज़ल मेरी गाने लगी
गुनगुनाने लगा है मिरा आईना
ऐसे मुझको डराने लगीं झुर्रियाँ
जैसे टूटा हुआ है मिरा आईना