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25 Sep 2022 · 2 min read

*अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के इतिहास का एक दुर्लभ प्रष्ठ*

अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के इतिहास का एक दुर्लभ प्रष्ठ
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श्री राम प्रकाश सर्राफ द्वारा सुंदर लाल इंटर कॉलेज ,रामपुर के राष्ट्रीयकरण की घोषणा : दिनांक 29 अगस्त 1976
श्री राम प्रकाश सर्राफ ने समाज सेवा की भावना से जुलाई 1956 में सुंदर लाल इंटर कॉलेज की स्थापना की थी । विद्यालय की स्थापना का आधार श्री सुंदर लाल जी की स्मृति थी , जो राम प्रकाश जी के नाना थे । सुंदरलाल जी की मृत्यु 19 जनवरी 1956 को हुई थी । इसी वर्ष राम प्रकाश जी ने अपने घर और दुकान के निकट लंगरखाने की गली (निकट बाजार सर्राफा ,मिस्टन गंज ) में एक जमीन खरीद कर विद्यालय की कक्षा 6 की कक्षाएँ आरंभ कर दीं। धीरे-धीरे हर साल एक-एक कक्षा बढ़ती गयी और विद्यालय कुछ ही वर्षों में इंटर कॉलेज हो गया । राम प्रकाश जी के प्रबंधकत्व में विद्यालय को चलते हुए जब बीस वर्ष हो गए, तब 1976 में राम प्रकाश जी को यह लगा कि विद्यालय का राष्ट्रीयकरण कर देना चाहिए । उन्होंने एकाएक समारोह में इसकी घोषणा कर दी ।राम प्रकाश जी की अंतःप्रेरणा से लिए गए इस निर्णय ने जहाँ एक ओर उनके निष्काम जीवन चरित्र को उजागर किया वहीं दूसरी ओर विद्यालय एक सामाजिक कार्य है, इस अवधारणा को भी पुष्ट किया । लेकिन विद्यालय में कार्यरत अध्यापकों आदि को इस घोषणा के क्रियान्वयन में यह महसूस हुआ कि किससे उन्हें कोई लाभ नहीं पहुँचेगा अपितु नुकसान पहुँच सकता है ।अतः उन्होंने राम प्रकाश जी को पत्र लिखकर अनुरोध किया कि वह विद्यालय के राष्ट्रीयकरण का अपना निर्णय क्रियान्वित न करें ।
रामप्रकाश जी के लिए विद्यालय खोलना तथा उसको संचालित करना एक लोकसेवा का ही कार्य था । इसी भावना से वह विद्यालय को सरकार को सौंप रहे थे तथा इसी भावना से वह विद्यालय चलाने के लिए पुनः तैयार हो गए । अपनी कृति से भला किसे प्रेम नहीं होगा ? वह कृतिकार के हाथों से संचालित हो तथा एक श्रेष्ठ रचना के रूप में कार्य करें ,इससे बेहतर कोई दूसरी स्थिति नहीं हो सकती थी । श्री राम प्रकाश सर्राफ की मृत्यु 26 दिसंबर 2006 को हुई। इस तरह 1956 से लेकर 2006 तक उन्होंने अपने द्वारा स्थापित शिक्षा संस्था का अनासक्त भाव से संचालन किया ।
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*लेखक : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

Language: Hindi
116 Views
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