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25 Aug 2021 · 1 min read

अवाम का मर्सिया

तूने मुझे अब तक
समझा नहीं, दोस्त!
मैंने सिर झुकाना
सीखा नहीं, दोस्त!!
मैं अपने अवाम का
मर्सिया लिखता हूं
किसी हुक्मरान का
कसीदा नहीं, दोस्त!!
Shekhar Chandra Mitra
#अवामीशायर
#जनवादीगीतकार

Language: Hindi
357 Views
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