अवाम का मर्सिया
तूने मुझे अब तक
समझा नहीं, दोस्त!
मैंने सिर झुकाना
सीखा नहीं, दोस्त!!
मैं अपने अवाम का
मर्सिया लिखता हूं
किसी हुक्मरान का
कसीदा नहीं, दोस्त!!
Shekhar Chandra Mitra
#अवामीशायर
#जनवादीगीतकार
तूने मुझे अब तक
समझा नहीं, दोस्त!
मैंने सिर झुकाना
सीखा नहीं, दोस्त!!
मैं अपने अवाम का
मर्सिया लिखता हूं
किसी हुक्मरान का
कसीदा नहीं, दोस्त!!
Shekhar Chandra Mitra
#अवामीशायर
#जनवादीगीतकार