अरदास लगा लो,उम्मीद जगा लो.
अरदास लगा लो,
उम्मीद जगा लो,
मनोबल बढ़ा लो,
जज्बा दिखा दो.
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कुछ करने,
कुछ कर गुजरने की,
ठान कर आना,
ऐसी मजबूर हुकूमत,
मत लाना,
दोस्तों !
तुम्हें दोस्ती की कसम,
जिनके हाथ में.
रोजगार न हो.
मंहगाई पर लगाम,
वे भले प्रेम न बाँट पाये,
नफरती ज्वाला न उगले,
देश की शान,
देश के संस्थान,
और संशाधन,
सम्पदा, पैदा.
अपने पैसे
अपना बैंक
अपनी शिक्षा,
सबका स्वास्थ्य,
आसमान सबका,
फल,फूलों से झुकी टहनियां.
चख सके सब,
बस यही आगाज लेकर आये,
नवीन, नूतन,नववर्ष बाइस
वाइस बुद्धि जीवियों जैसा.