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29 Nov 2018 · 1 min read

अम्मा याद बहुत आती है

अम्मा याद बहुत आती है
बचपन की वह प्रीति मनोहर
मेरा अंतस सहलाती है
अम्मा या द बहुत आती है

मल मल कर नितप्रति नहलाना
लोरी गाकर नित्य सुलाना
रोटी मे मक्खन का लेपन
कर खाने को तरसाती है
अम्मा याद बहुत आती है

पीछे पीछे दौड़ लगाना
ठोकर खा नीचे गिर जाना
उठा गोद मे चुम्बन लेना
यादें मुझे रुला जाती हैं
अम्मा याद बहुत आती है

माँ तू अविरल धार प्रेम की
चिंता करते योग क्षेम की
इतने वर्षों बाद आज भी
सुस्मृति नही भुला पाती है
अम्मा याद बहुत आती है

जग का ज्ञान कराया तूने
भटका तो समझाया तूने
तेरी डपट आज भी मुझको
सही मार्ग ही बतलाती है
अम्मा याद बहुत आती है

पंख धरा से उड़ने वाले
आसमान से जुड़ने वाले
मिले तुम्हींंसे नारी अबला
बातें ये झुठला जाती हैं
अम्मा याद बहुत आती है

मधुसूदन दीक्षित
153दक्षिणी अम्बेडकर नगर
फतेहपुर उत्तर प्रदेश
पिन कोड-212601
मो-9415495720

Language: Hindi
Tag: गीत
9 Likes · 8 Comments · 465 Views
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