Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Sep 2021 · 1 min read

अभिव्यक्ति के ख़तरे

सच के लिए
सत्ता से उलझना
ठीक नहीं
अब सेहत के लिए!
कोई नहीं
खड़ा हो पाएगा
हमारे साथ
हिफाज़त के लिए!
बखूबी यह
जानते हुए भी
हमें लड़ना है
इंसानियत के लिए!
हम खुद ही
जिम्मेदार होंगे
आने वाली
मुसीबत के लिए!
Shekhar Chandra Mitra

Language: Hindi
134 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

" प्यार के रंग" (मुक्तक छंद काव्य)
Pushpraj Anant
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
कोंपलें फिर फूटेंगी
कोंपलें फिर फूटेंगी
Saraswati Bajpai
क्या यह कलयुग का आगाज है?
क्या यह कलयुग का आगाज है?
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
घर नही है गांव में
घर नही है गांव में
Priya Maithil
क्यों रिश्तों में आता है बदलाव
क्यों रिश्तों में आता है बदलाव
Chitra Bisht
समाप्त हो गई परीक्षा
समाप्त हो गई परीक्षा
Vansh Agarwal
ভগবান সত্য
ভগবান সত্য
Arghyadeep Chakraborty
मैं नहीं तो कोई और सही
मैं नहीं तो कोई और सही
Shekhar Chandra Mitra
मैं चल पड़ा हूं कहीं.. एकांत की तलाश में...!!
मैं चल पड़ा हूं कहीं.. एकांत की तलाश में...!!
Ravi Betulwala
मेरे हिस्से जब कभी शीशे का घर आता है...
मेरे हिस्से जब कभी शीशे का घर आता है...
sushil yadav
संविधान में हिंदी की स्थिति, राष्ट्र भाषा के रूप में हिंदी का योगदान, तात्विक विश्लेषण
संविधान में हिंदी की स्थिति, राष्ट्र भाषा के रूप में हिंदी का योगदान, तात्विक विश्लेषण
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
4185💐 *पूर्णिका* 💐
4185💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
ज़िंदगी हो जिसमें, वो सुब्ह नज़र में रखना ,
ज़िंदगी हो जिसमें, वो सुब्ह नज़र में रखना ,
Dr fauzia Naseem shad
कैसे छपेगी किताब मेरी???
कैसे छपेगी किताब मेरी???
सोनू हंस
बस्तर की जीवन रेखा
बस्तर की जीवन रेखा
Dr. Kishan tandon kranti
वर्ण पिरामिड
वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
चला तू चल
चला तू चल
अनिल कुमार निश्छल
"देखा था एक सपना, जो साकार हो गया ll
पूर्वार्थ
उनकी नज़रों में अपना भी कोई ठिकाना है,
उनकी नज़रों में अपना भी कोई ठिकाना है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
दुनिया का सबसे बड़ा पुण्य का काम किसी के चेहरे पर मुस्कान ला
दुनिया का सबसे बड़ा पुण्य का काम किसी के चेहरे पर मुस्कान ला
Rj Anand Prajapati
आज के इस हाल के हम ही जिम्मेदार...
आज के इस हाल के हम ही जिम्मेदार...
डॉ.सीमा अग्रवाल
।।
।।
*प्रणय*
वन को मत काटो
वन को मत काटो
Buddha Prakash
*पीला भी लो मिल गया, तरबूजों का रंग (कुंडलिया)*
*पीला भी लो मिल गया, तरबूजों का रंग (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
अब तो जागो हिंदुओ
अब तो जागो हिंदुओ
ललकार भारद्वाज
आप और हम जीवन के सच
आप और हम जीवन के सच
Neeraj Agarwal
Sentenced To A World Without You For All Time.
Sentenced To A World Without You For All Time.
Manisha Manjari
आने दो कुँवार, खिलेगी सुनहरी धान
आने दो कुँवार, खिलेगी सुनहरी धान
Shreedhar
मौन पर त्वरित क्षणिकाएं :
मौन पर त्वरित क्षणिकाएं :
sushil sarna
Loading...