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11 Jan 2023 · 1 min read

“अबकी जाड़ा कबले जाई “

पंडित जी खोली ना पतारा ,
हमका तनिका दिही बताई,

अबकी जाड़ा कब ले जाई?

1- पखवारे से परत बा पाला ,
अगियो नाही तनिक बुझाला ।
कब्बो पुरुवा कब्बो पछुआ,
कब्बो बहे लगे चौआई ।

अबकी जाड़ा कबले जाई?

2- हउआ में बा बरफ सनाइल,
सन सन भीतरी जात समाइल।
सुरूजो के सेकले बा अबकी,
सागरो गर्मी गइल भुलाई।

अबकी जाड़ा कबले जाई?

3 – हऊ देख मुनियां के दादी,
जाताड़ी संक्रांति नहाए।
खेदनी के माई रोवत बा
काटि दिहले बा मूस रजाई।

अब की जाड़ा कबले जाई?

4- एहि जड़वे में बेग उठा के,
पतरुआ चलल बम्बई कमाए।
रघुआ पीके दारु आइल,
धरती पर बा जात लोटाई।

अब की जाड़ा कबले जाई?

5-खोखत बाने अकलु काका,
घुरहू के बोखार बुझाता ।
बुढवन के टपकवाले जाता
सूनते नइखे कवनो दवाई।

अबकी जाड़ा कब ले जाई?

– आर के भट्ट “बावरा ”
08 जनवरी 2023

Language: Bhojpuri
Tag: गीत
1 Like · 1 Comment · 138 Views
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