अपराध बोध
हां!
हम लूटेरे हैं,
जंगल, जल
और जमीन के!
औरत, आदिवासी
और दलित के
हम कातिल हैं।
बिना किसी
मुरव्वत या
रियायत के
हमें सख्त से सख्त
सज़ा मिलनी चाहिए!
Shekhar Chandra Mitra
हां!
हम लूटेरे हैं,
जंगल, जल
और जमीन के!
औरत, आदिवासी
और दलित के
हम कातिल हैं।
बिना किसी
मुरव्वत या
रियायत के
हमें सख्त से सख्त
सज़ा मिलनी चाहिए!
Shekhar Chandra Mitra