Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Oct 2022 · 1 min read

अपने किरदार को

खुद को पहचानना अगर हो मुश्किल।
अपने किरदार को ही आईना कर लो।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
13 Likes · 2 Comments · 199 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
होली है ....
होली है ....
Kshma Urmila
24/01.*प्रगीत*
24/01.*प्रगीत*
Dr.Khedu Bharti
सत्य को अपना बना लो,
सत्य को अपना बना लो,
Buddha Prakash
भ्रष्टाचार ने बदल डाला
भ्रष्टाचार ने बदल डाला
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
मिट्टी बस मिट्टी
मिट्टी बस मिट्टी
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
एक पत्रकार ( #हिन्दी_कविता)
एक पत्रकार ( #हिन्दी_कविता)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
अपना बिहार
अपना बिहार
AMRESH KUMAR VERMA
" बेशुमार दौलत "
Chunnu Lal Gupta
सत्य की खोज
सत्य की खोज
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
// प्रसन्नता //
// प्रसन्नता //
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
बता तुम ही सांवरिया मेरे,
बता तुम ही सांवरिया मेरे,
Radha jha
कोई पढ़ ले न चेहरे की शिकन
कोई पढ़ ले न चेहरे की शिकन
Shweta Soni
मैं तो महज एहसास हूँ
मैं तो महज एहसास हूँ
VINOD CHAUHAN
ध्यान-उपवास-साधना, स्व अवलोकन कार्य।
ध्यान-उपवास-साधना, स्व अवलोकन कार्य।
डॉ.सीमा अग्रवाल
#तस्वीर_पर_शेर:--
#तस्वीर_पर_शेर:--
*Author प्रणय प्रभात*
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
है कौन झांक रहा खिड़की की ओट से
है कौन झांक रहा खिड़की की ओट से
Amit Pathak
देश भक्ति का ढोंग
देश भक्ति का ढोंग
बिमल तिवारी “आत्मबोध”
आंखों की भाषा
आंखों की भाषा
Mukesh Kumar Sonkar
*सदा सन्मार्ग के आखिर में, अनुपम हर्ष आता है 【मुक्तक】*
*सदा सन्मार्ग के आखिर में, अनुपम हर्ष आता है 【मुक्तक】*
Ravi Prakash
"अक्षर"
Dr. Kishan tandon kranti
तब याद तुम्हारी आती है (गीत)
तब याद तुम्हारी आती है (गीत)
संतोष तनहा
शुकराना
शुकराना
Shivkumar Bilagrami
तुम भोर हो!
तुम भोर हो!
Ranjana Verma
ख्वाहिशों ठहरो जरा
ख्वाहिशों ठहरो जरा
Satish Srijan
अफसोस मुझको भी बदलना पड़ा जमाने के साथ
अफसोस मुझको भी बदलना पड़ा जमाने के साथ
gurudeenverma198
तू सहारा बन
तू सहारा बन
Bodhisatva kastooriya
*😊 झूठी मुस्कान 😊*
*😊 झूठी मुस्कान 😊*
प्रजापति कमलेश बाबू
अपने अच्छे कर्मों से अपने व्यक्तित्व को हम इतना निखार लें कि
अपने अच्छे कर्मों से अपने व्यक्तित्व को हम इतना निखार लें कि
Paras Nath Jha
दुआ सलाम
दुआ सलाम
Dr. Pradeep Kumar Sharma
Loading...