अपनी कमी छुपाए कै,रहे पराया देख
अपनी कमी छुपाए कै,रहे पराया देख
औरों को कड़वे कहें, और अपने को ईख
और अपने को ईख, कंचन सौ टका बतावें
इधर उधर की जोड़,गौरव गान सुनावें
नहीं आचरण करें कभी, दुनिया को ज्ञान सिखावें
भरे पड़े हैं ढेर,जित देखें मिल जावें
सुरेश कुमार चतुर्वेदी