अनाथ
जब जिन्दा थे
अपने मां बाप को
तब भी
अब मर गये तो
अब भी
इसने अपने मां बाप को कभी
पूछा ही नहीं
उनकी कदर कभी करी ही नहीं
उन्हें प्यार कभी किया ही नहीं
यह उनके होते हुए भी
अनाथ था
अब न होने पर तो
है ही
लेकिन इसे इस बात का
कोई अहसास नहीं
कोई गम नहीं
कोई मलाल नहीं
उन्हें मारकर
इसने दुनिया तो हमारी
उजाड़ दी
बिना बात के
समय से पहले
अनाथ तो हम सब
पूरा परिवार
एक इसे छोड़कर हो गये।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001