Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Sep 2021 · 1 min read

समय से मुठभेड़

दहकती हुई तहरीरों में
चारों तरफ़ से घेर कर!
कलम को तलवार बना
न्यस्त स्वार्थों को ढ़ेर कर!!
नाक में दम कर रखा है
नालायकों ने अवाम के!
अदम गोंडवी की तरह
तू समय से मुठभेड़ कर!!
Shekhar Chandra Mitra
#CommunalPolitics
‌ #इंकलाबीशायर
(नालायक:-अयोग्य)

Language: Hindi
347 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

सीपी में रेत के भावुक कणों ने प्रवेश किया
सीपी में रेत के भावुक कणों ने प्रवेश किया
ruby kumari
वासंती बयार
वासंती बयार
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
रिश्तों की डोर
रिश्तों की डोर
मनोज कर्ण
हर चीज से वीरान मैं अब श्मशान बन गया हूँ,
हर चीज से वीरान मैं अब श्मशान बन गया हूँ,
Aditya Prakash
- बिखरते सपने -
- बिखरते सपने -
bharat gehlot
You need not prove yourself to anybody. Everything you are d
You need not prove yourself to anybody. Everything you are d
पूर्वार्थ
*देश का हिंदी दिवस, सबसे बड़ा त्यौहार है (गीत)*
*देश का हिंदी दिवस, सबसे बड़ा त्यौहार है (गीत)*
Ravi Prakash
3184.*पूर्णिका*
3184.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
स्त्री हो तुम !
स्त्री हो तुम !
Roopali Sharma
अभिलाषाएं नव जीवन की
अभिलाषाएं नव जीवन की
Shweta Soni
"The Divine Encounter"
Manisha Manjari
#ग़ज़ल-
#ग़ज़ल-
*प्रणय*
कृष्ण सा हैं प्रेम मेरा
कृष्ण सा हैं प्रेम मेरा
The_dk_poetry
किसी को भूल कर
किसी को भूल कर
Dr fauzia Naseem shad
जीवन जोशी कुमायूंनी साहित्य के अमर अमिट हस्ताक्षर
जीवन जोशी कुमायूंनी साहित्य के अमर अमिट हस्ताक्षर
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
फ़साने
फ़साने
अखिलेश 'अखिल'
स्नेह
स्नेह
Rambali Mishra
ये ज़िंदगी भी गरीबों को सताती है,
ये ज़िंदगी भी गरीबों को सताती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
* सुहाती धूप *
* सुहाती धूप *
surenderpal vaidya
ख़ुद के प्रति कुछ कर्तव्य होने चाहिए
ख़ुद के प्रति कुछ कर्तव्य होने चाहिए
Sonam Puneet Dubey
ए मेरे चांद ! घर जल्दी से आ जाना
ए मेरे चांद ! घर जल्दी से आ जाना
Ram Krishan Rastogi
बड़ी होती है
बड़ी होती है
sushil sarna
क्रांति की बात ही ना करो
क्रांति की बात ही ना करो
Rohit yadav
गाय, गौदुग्ध और भक्त
गाय, गौदुग्ध और भक्त
Dr MusafiR BaithA
"वक़्त की मार"
पंकज परिंदा
पन बदला प्रण बदलो
पन बदला प्रण बदलो
Sanjay ' शून्य'
,,,,,,
,,,,,,
शेखर सिंह
अनुप्रास अलंकार
अनुप्रास अलंकार
नूरफातिमा खातून नूरी
माता, महात्मा, परमात्मा...
माता, महात्मा, परमात्मा...
ओंकार मिश्र
"शाम की प्रतीक्षा में"
Ekta chitrangini
Loading...