Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Jul 2022 · 2 min read

” अत्याचारी युद्ध “

” अत्याचारी युद्ध ”
युद्ध की विडंबना है बड़ी अत्याचारी
मीनू को तुम्हें आज सुनाना ही पड़ेगा
समृद्ध और प्रतिभावान देश चपेटे में
मैं के चक्कर में युद्ध लड़ना पड़ेगा,
ब्रह्माण्ड की सत्यता है ज्यों ही
अस्तित्व में आया उसे मिटना पड़ेगा
कुछ नहीं रहना अमर इस धरती पर
यमराज का फर्ज तो निभाना पड़ेगा,
एक बार युद्ध भी जो हुआ शुरू
खत्म तो इसे भी होना ही पड़ेगा
दिनचर्या होगी लोगों की दोबारा शुरू
चांद सूरज को दोबारा उगना पड़ेगा,
मशीनरी भी नई बन जाएगी दोबारा
धरती आसमान को भी दमकना पड़ेगा
चलने वाले चलेंगे, रुकने वाले रुकेंगे
परिणाम सबको लेकिन भुगतना पड़ेगा,
रंगों को मानती थी जो अपनी दुनिया
उस चंचल लड़की को तो रोना पड़ेगा
शौहर हो गया उसका शहीद युद्ध में
वीरान जीवन अब उसे जीना पड़ेगा,
सफेद हो जाएगी अब उसकी जिंदगी
सोच समझकर कदम धरना पड़ेगा
बच्चे पूछेंगे कहां हैं हमारे पिता
रो रोकर युद्ध का हाल बताना पड़ेगा,
बूढ़े मां बाप की आंखे ढूंढती रहेंगी
बेटा तो मगर खोना ही पड़ेगा
जाने वाला तो दब गया बारूद में
अब ताउम्र अकेले जीना ही पड़ेगा,
खिलाया जिसको अपनी गोद में
इतिहास बना अब पढ़ना पड़ेगा
अफसोस रह जाएगा मन मसोस कर
घर के चिरागों को तो बुझना पड़ेगा,
कुछ नहीं मिलेगा युद्ध से किसी को भी
बस ऋणात्मक परिणाम देखना पड़ेगा
क्यों नहीं समझ जाते हम समय रहते
नहीं तो बाद में बस पछताना पड़ेगा,
बिखरी बिखरी सी हो जाएगी जिंदगी
खामियाजा युद्ध का जनाजा बनेगा
दिखेंगी डरी सहमी सी सुनसान गलियां
और उनमें लाश का ठिकाना जंचेगा,
उलट पलट होएगा सबका ठिकाना
भयावह रास्तों से गुजरना पड़ेगा
मीनू कहे युद्ध का तो नाम भी बुरा है
बैंकरो में रात को सोना पड़ेगा,
मिल जुल कर रहने से बनेगा काम
अन्यथा माटी में मिलना पड़ेगा
युद्व होता भयंकर इतिहास गवाह है
सबको ही इसमें सिमटना पड़ेगा।

Dr.Meenu Poonia

Language: Hindi
1 Like · 255 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Meenu Poonia
View all
You may also like:
कुछ बातें ईश्वर पर छोड़ दें
कुछ बातें ईश्वर पर छोड़ दें
Sushil chauhan
2737. *पूर्णिका*
2737. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जो दिल के पास रहते हैं
जो दिल के पास रहते हैं
Ranjana Verma
#शुभरात्रि
#शुभरात्रि
आर.एस. 'प्रीतम'
मेरे हमसफ़र ...
मेरे हमसफ़र ...
हिमांशु Kulshrestha
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
बाज़ार में क्लीवेज : क्लीवेज का बाज़ार / MUSAFIR BAITHA
बाज़ार में क्लीवेज : क्लीवेज का बाज़ार / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
माँ
माँ
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
तू मेरा मैं  तेरी हो जाऊं
तू मेरा मैं तेरी हो जाऊं
Ananya Sahu
अतिथि की भांति
अतिथि की भांति
Dr fauzia Naseem shad
"चुल्लू भर पानी"
Dr. Kishan tandon kranti
गौरेया (ताटंक छन्द)
गौरेया (ताटंक छन्द)
नाथ सोनांचली
*बोल*
*बोल*
Dushyant Kumar
💐प्रेम कौतुक-179💐
💐प्रेम कौतुक-179💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
साहित्यकार गजेन्द्र ठाकुर: व्यक्तित्व आ कृतित्व।
साहित्यकार गजेन्द्र ठाकुर: व्यक्तित्व आ कृतित्व।
Acharya Rama Nand Mandal
■ सीधी-सपाट...
■ सीधी-सपाट...
*Author प्रणय प्रभात*
गुमनामी ओढ़ लेती है वो लड़की
गुमनामी ओढ़ लेती है वो लड़की
Satyaveer vaishnav
खेल जगत का सूर्य
खेल जगत का सूर्य
आकाश महेशपुरी
खवाब है तेरे तु उनको सजालें
खवाब है तेरे तु उनको सजालें
Swami Ganganiya
*शुभ रात्रि हो सबकी*
*शुभ रात्रि हो सबकी*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
प्राणदायिनी वृक्ष
प्राणदायिनी वृक्ष
AMRESH KUMAR VERMA
मातु शारदे वंदना
मातु शारदे वंदना
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
कुछ अपने रूठे,कुछ सपने टूटे,कुछ ख़्वाब अधूरे रहे गए,
कुछ अपने रूठे,कुछ सपने टूटे,कुछ ख़्वाब अधूरे रहे गए,
Vishal babu (vishu)
घर सम्पदा भार रहे, रहना मिलकर सब।
घर सम्पदा भार रहे, रहना मिलकर सब।
Anil chobisa
"कुण्डलिया"
surenderpal vaidya
बढ़े चलो तुम हिम्मत करके, मत देना तुम पथ को छोड़ l
बढ़े चलो तुम हिम्मत करके, मत देना तुम पथ को छोड़ l
Shyamsingh Lodhi (Tejpuriya)
Parents-just an alarm
Parents-just an alarm
नव लेखिका
दरदू
दरदू
Neeraj Agarwal
With Grit in your mind
With Grit in your mind
Dhriti Mishra
Lines of day
Lines of day
Sampada
Loading...