अजन्मी चीख
नवरात्री में पूजी जाती है दुर्गा
नारी के नौ रूप में विराजती है दुर्गा
नवरात्री में ही पूजी जाती है कन्या
फिर क्यों कोख में मारी जाती है कन्या
उसका क्या कसूर जो आई कोख में
हमारे कर्मों की सज़ा भुगतती है कन्या
जन्म लेने के लिए माँ,सुख के लिए पत्नी
प्रेम के लिए बहन,पितृत्त्व की पूर्णता के लिए बेटी
फिर क्यों कोख में मसल दी जाती है कन्या
चीत्कार रही है अब धरती इन अजन्मी चीखों से
ना मसलो इन फूलों को बिखर कर भी काम आएंगी अपने जैसे फूलों से तुम्हारा आंगन ही महकाएंगी