“अकेलापन”
अकेलापन की सन्नाटे में बसी हर चुप्पी,
कहती है कविताएँ, हर अकेले पल की कहानी।
संग्रह में छिपी हैं विभिन्न भावनाओं की उड़ान,
तन्हाई की मिट्टी में लिपटे हर एक रंगीन अनुभव की कहानी।।
“पुष्पराज फूलदास अनंत”
अकेलापन की सन्नाटे में बसी हर चुप्पी,
कहती है कविताएँ, हर अकेले पल की कहानी।
संग्रह में छिपी हैं विभिन्न भावनाओं की उड़ान,
तन्हाई की मिट्टी में लिपटे हर एक रंगीन अनुभव की कहानी।।
“पुष्पराज फूलदास अनंत”