Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Sep 2021 · 1 min read

अंधेरे युग में

क्रांति की आग के लिए!
जो घी का ना काम करे!!
लानत है उस कविता को
जो कवि को बदनाम करे!!
ऐसे हरेक बुद्धिजीवी से
कह दो कि वह डूब मरे!
जो ऐसे अंधेरे युग में भी
घर बैठकर आराम करे!!
Shekhar Chandra Mitra
#RomanticRebel

Language: Hindi
133 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

मुझको मिट्टी
मुझको मिट्टी
Dr fauzia Naseem shad
" माप "
Dr. Kishan tandon kranti
दिलाओ याद मत अब मुझको, गुजरा मेरा अतीत तुम
दिलाओ याद मत अब मुझको, गुजरा मेरा अतीत तुम
gurudeenverma198
भुजंग प्रयात छंद
भुजंग प्रयात छंद
Rambali Mishra
बड़े इत्मीनान से सो रहे हो,
बड़े इत्मीनान से सो रहे हो,
Buddha Prakash
" एक थी बुआ भतेरी "
Dr Meenu Poonia
दिल-ए-साकित सज़ा-ए-ज़िंदगी कैसी लगी तुझको
दिल-ए-साकित सज़ा-ए-ज़िंदगी कैसी लगी तुझको
Johnny Ahmed 'क़ैस'
#विक्रम चुप क्यों है ?
#विक्रम चुप क्यों है ?
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
मेरी नज़रों में इंतिख़ाब है तू।
मेरी नज़रों में इंतिख़ाब है तू।
Neelam Sharma
मरना बेहतर जीना अब आसान नहीं।
मरना बेहतर जीना अब आसान नहीं।
सत्य कुमार प्रेमी
कुछ कहती है, सुन जरा....!
कुछ कहती है, सुन जरा....!
VEDANTA PATEL
पहले जब तु पास् होती थी , तब दिल तुझे खोने से रोता था।
पहले जब तु पास् होती थी , तब दिल तुझे खोने से रोता था।
Nitesh Chauhan
उनकी ही कमी खलती है
उनकी ही कमी खलती है
डॉ. एकान्त नेगी
जिस यात्रा का चुनाव हमनें स्वयं किया हो,
जिस यात्रा का चुनाव हमनें स्वयं किया हो,
पूर्वार्थ
10.. O God
10.. O God
Santosh Khanna (world record holder)
दुनिया की सबसे खूबसूरत चीज नींद है ,जो इंसान के कुछ समय के ल
दुनिया की सबसे खूबसूरत चीज नींद है ,जो इंसान के कुछ समय के ल
Ranjeet kumar patre
■ हम हों गए कामयाब चाँद पर...
■ हम हों गए कामयाब चाँद पर...
*प्रणय*
4576.*पूर्णिका*
4576.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
यूं तुम से कुछ कहना चाहता है कोई,
यूं तुम से कुछ कहना चाहता है कोई,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
एक इंसान को लाइये
एक इंसान को लाइये
Shekhar Deshmukh
आंखों पर पट्टी, होठों पर मौन जड़ गया ।
आंखों पर पट्टी, होठों पर मौन जड़ गया ।
TAMANNA BILASPURI
इस शहर से अब हम हो गए बेजार ।
इस शहर से अब हम हो गए बेजार ।
ओनिका सेतिया 'अनु '
पहले साहब परेशान थे कि हिन्दू खतरे मे है
पहले साहब परेशान थे कि हिन्दू खतरे मे है
शेखर सिंह
कुछ नहीं बचेगा
कुछ नहीं बचेगा
Akash Agam
वक़्त का वक्त
वक़्त का वक्त
Nisha Wadhwa
फल(कुंडलिया)
फल(कुंडलिया)
Ravi Prakash
क़िस्मत हमारी ख़ुद के ही पहलू से आ मिली
क़िस्मत हमारी ख़ुद के ही पहलू से आ मिली
अंसार एटवी
प्रतीक्षा
प्रतीक्षा
Shaily
जाड़ा
जाड़ा
नूरफातिमा खातून नूरी
दोहा पंचक. . . . . नटखट दोहे
दोहा पंचक. . . . . नटखट दोहे
sushil sarna
Loading...