अंधभक्ति
सभी लोग अपना जीवन
अपने तौर तरीको से नहीं जीते,
जो जीते हैं, उन्हें मुश्किलों का सामना करना पडता है, इसलिये अधिकतर लोग अंधभक्ति को प्राप्त हो जाते हैं
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भक्त खुद को बचाए रखता है,
इसलिये पार नहीं पा सकता.
डूब जाता है.
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क्योंकि उसका खुद का विवेक जाग नहीं पाता.
और कान का कच्चा बना रहता है.
दर दर की ठोकरें खाकर भी सीख नहीं पाता.