अंधकार युग
चाहे जो पढ़ाएं
तुम्हें पाजी
कौन योद्धा था
कौन ग़ाज़ी
लेकिन तुम पीछे
लौटने को
कभी भी होना
मत राज़ी…
मज़दूर और
किसान के लिए
हर मेहनतकश
इंसान के लिए
कोई सुनहरा
दौर नहीं
बिल्कुल जहन्नुम
था माज़ी…
Shekhar Chandra Mitra
चाहे जो पढ़ाएं
तुम्हें पाजी
कौन योद्धा था
कौन ग़ाज़ी
लेकिन तुम पीछे
लौटने को
कभी भी होना
मत राज़ी…
मज़दूर और
किसान के लिए
हर मेहनतकश
इंसान के लिए
कोई सुनहरा
दौर नहीं
बिल्कुल जहन्नुम
था माज़ी…
Shekhar Chandra Mitra