Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Sep 2021 · 1 min read

अंग्रेजी: दुनियादारी की भाषा

अंग्रेजी पढ़ो!
अंग्रेजी लिखो!!
अंग्रेजी सोचो!
अंग्रेजी बनो!!
क्योंकि
अंग्रेजी आज़ादी की
भाषा है!
अंग्रेजी बराबरी की
भाषा है!!
अंग्रेजी इंसानियत की
भाषा है!
अंग्रेजी दुनियादारी की
भाषा है!!
Shekhar Chandra Mitra

Language: Hindi
192 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

सुंदरता का मोह माया त्याग चुके हैं हम
सुंदरता का मोह माया त्याग चुके हैं हम
Ranjeet kumar patre
दास्तान ए दिल की धड़कन
दास्तान ए दिल की धड़कन
ओनिका सेतिया 'अनु '
मनुवा तेरे
मनुवा तेरे
Santosh kumar Miri
Lesson we gain from The Ramayana
Lesson we gain from The Ramayana
Harekrishna Sahu
तन्हा था मैं
तन्हा था मैं
Swami Ganganiya
क़िस्मत हमारी ख़ुद के ही पहलू से आ मिली
क़िस्मत हमारी ख़ुद के ही पहलू से आ मिली
अंसार एटवी
मुझे भाता है
मुझे भाता है
हिमांशु Kulshrestha
मैंने हर मंज़र देखा है
मैंने हर मंज़र देखा है
Harminder Kaur
मिट्टी की खुश्बू
मिट्टी की खुश्बू
Dr fauzia Naseem shad
तू ही मेरा रहनुमा है
तू ही मेरा रहनुमा है
Monika Arora
ध्येय बिन कोई मंज़िल को पाता नहीं
ध्येय बिन कोई मंज़िल को पाता नहीं
Dr Archana Gupta
आज़ महका महका सा है सारा घर आंगन,
आज़ महका महका सा है सारा घर आंगन,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अधीर होते हो
अधीर होते हो
surenderpal vaidya
एक सांप तब तक किसी को मित्र बनाकर रखता है जब तक वह भूखा न हो
एक सांप तब तक किसी को मित्र बनाकर रखता है जब तक वह भूखा न हो
Rj Anand Prajapati
ग़ज़ल
ग़ज़ल
दीपक झा रुद्रा
अस्तित्व
अस्तित्व
Sudhir srivastava
3562.💐 *पूर्णिका* 💐
3562.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
"दिल को"
Dr. Kishan tandon kranti
कौन करें
कौन करें
Kunal Kanth
इन रेत के टुकडों से तुम दिल बना ना पाये।
इन रेत के टुकडों से तुम दिल बना ना पाये।
Phool gufran
उससे मिलने को कहा देकर के वास्ता
उससे मिलने को कहा देकर के वास्ता
कवि दीपक बवेजा
हमें खुद से बैर क्यों हैं(आत्मघात)
हमें खुद से बैर क्यों हैं(आत्मघात)
Mahender Singh
!! मैं कातिल नहीं हूं। !!
!! मैं कातिल नहीं हूं। !!
जय लगन कुमार हैप्पी
मां की जीवटता ही प्रेरित करती है, देश की सेवा के लिए। जिनकी
मां की जीवटता ही प्रेरित करती है, देश की सेवा के लिए। जिनकी
Sanjay ' शून्य'
रोला छंद
रोला छंद
sushil sarna
करता था सम्मान, तभी तक अपना नाता।
करता था सम्मान, तभी तक अपना नाता।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
झिलमिल
झिलमिल
Kanchan Advaita
मुक्तक काव्य
मुक्तक काव्य
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
प्रेम और विश्वास की पराकाष्ठा
प्रेम और विश्वास की पराकाष्ठा
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
New88.co.uk là đại lý chính thức của nhà cái new88. Trang we
New88.co.uk là đại lý chính thức của nhà cái new88. Trang we
new88couk
Loading...