Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Feb 2022 · 1 min read

ہمدرد

ہمدرد کیسے کیسے ہمکو ستا رہے ہیں
کانٹوں کی نوک سے جو مرہم لگا رہے ہیں

Language: Urdu
Tag: غزل
1 Like · 232 Views

You may also like these posts

चुल्लू भर पानी में
चुल्लू भर पानी में
Satish Srijan
कभी ख़ुद को गले से तो लगाया जा नहीं सकता
कभी ख़ुद को गले से तो लगाया जा नहीं सकता
अंसार एटवी
प्यार लुटाती प्रेमिका
प्यार लुटाती प्रेमिका
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
बहुत-सी प्रेम कहानियाँ
बहुत-सी प्रेम कहानियाँ
पूर्वार्थ
जीवन का आइना
जीवन का आइना
Sudhir srivastava
तेरे प्यार के राहों के पथ में
तेरे प्यार के राहों के पथ में
singh kunwar sarvendra vikram
समर्पण*
समर्पण*
Jyoti Roshni
" आखिर कब तक ...आखिर कब तक मोदी जी "
DrLakshman Jha Parimal
परी छाया
परी छाया
C S Santoshi
आया बसंत
आया बसंत
Seema gupta,Alwar
!! पर्यावरण !!
!! पर्यावरण !!
Chunnu Lal Gupta
गलतियाँ करना ''''अरे नही गलतियाँ होना मानव स्वभाव है ।
गलतियाँ करना ''''अरे नही गलतियाँ होना मानव स्वभाव है ।
Ashwini sharma
एकलव्य
एकलव्य
Khajan Singh Nain
..
..
*प्रणय*
जो तुम्हारे भीतर,
जो तुम्हारे भीतर,
लक्ष्मी सिंह
गांव गली के कीचड़, मिट्टी, बालू, पानी, धूल के।
गांव गली के कीचड़, मिट्टी, बालू, पानी, धूल के।
सत्य कुमार प्रेमी
" ना जाने "
Dr. Kishan tandon kranti
पीछे मुड़कर
पीछे मुड़कर
Davina Amar Thakral
यदि कोई लड़की आपसे बात करते करते बीच में ही bye बोलकर भी ऑनल
यदि कोई लड़की आपसे बात करते करते बीच में ही bye बोलकर भी ऑनल
Rj Anand Prajapati
हिम्मत है तो कुछ भी आसान हो सकता है
हिम्मत है तो कुछ भी आसान हो सकता है
नूरफातिमा खातून नूरी
मैं इक निर्झरिणी नीर भरी
मैं इक निर्झरिणी नीर भरी
Kavita Chouhan
दिल में कुण्ठित होती नारी
दिल में कुण्ठित होती नारी
Pratibha Pandey
जगे युवा-उर तब ही बदले दुश्चिंतनमयरूप ह्रास का
जगे युवा-उर तब ही बदले दुश्चिंतनमयरूप ह्रास का
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
आओ उर के द्वार
आओ उर के द्वार
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
जीना यदि चाहते हो...
जीना यदि चाहते हो...
आकाश महेशपुरी
आत्महत्या
आत्महत्या
आकांक्षा राय
कुछ अजूबे गुण होते हैं इंसान में प्रकृति प्रदत्त,
कुछ अजूबे गुण होते हैं इंसान में प्रकृति प्रदत्त,
Ajit Kumar "Karn"
खाने पुराने
खाने पुराने
Sanjay ' शून्य'
स्मृति
स्मृति
Neeraj Agarwal
कहानी-कत्थई गुलाब (पहलाअंश)
कहानी-कत्थई गुलाब (पहलाअंश)
Shweta Soni
Loading...